Thursday, April 13, 2023

हाईकोर्ट की टिप्पणी : 21वीं सदी में विज्ञान के बजाय तांत्रिक क्रिया पर विश्वास पाषाण युग की सोच

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा है कि 21वीं सदी में विज्ञान ने इतनी प्रगति कर ली है कि स्त्री-पुरुष की प्रजनन क्षमता का पता लगाया जा सके। लेकिन कुछ लोग अभी भी पाषाण युग में जी रहे हैं जो परिवार की दिक्कतें दूर करने के लिए...

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